सोमवार, 6 जुलाई 2015

जस्मीन को बेपर्दा करना जरूरी



जस्मीन शाह की धर्म-विरोधी करतूतों, न्यायपालिका व प्रशासन को गुमराह करने, झूठ बोलने, लोगों में गलत प्रचार करने की प्रवृत्तियों पर हमारे कई मित्रों ने बहुत चिंता जाहिर करते हुए अपनी टिप्पणियां लिखी है। किसी ने उसके कृत्यों को अत्यंत शर्मनाक बताया है तो कई मित्रों ने उसे पूरी तरह बेनकाब करने के लिए लिखा है तो कई मित्रों ने जस्मीन के पीछे कौन लोग हैं, उनका पता लगाकर उनको बेपर्दा करने की पुरजोर मांग की है, ताकि समाज ऐसे लोगों से सावधान हो सके जो जिनशासन का खाते हुए उसी की थाली में छेद कर रहे हैं, क्योंकि कुल मिलाकर इससे जैनधर्म की बदनामी हो रही है और धर्म की हीलना हो रही है, यह महापाप है; लेकिन तथाकथित रूप से साधु होते हुए भी या जैन कहलाकर (जस्मीन और उसके पीछे के लोग) भी यदि ये लोग इस महापाप को नहीं समझते हैं और धर्म-विरोधी गतिविधियों में संलग्न रहते हैं अथवा अपने द्वेष और ईर्ष्या के कारण कोर्ट-कचहरी कर रहे हैं व पूरे दीक्षाधर्म को ही खत्म करने पर आमादा हैं तो समाज के समक्ष इनको बेनकाब करना जरूरी है।

सभी आदरणीय मित्रों की इस प्रकार की प्रतिक्रियाएं स्वाभाविक है और यह शुभ संकेत है कि वर्तमान परिस्थितियों में व भौतिकता की अंधी दौड व चकाचौंध के बीच भी धर्म के लिए, शासन रक्षा के लिए सोचने व चिंता करने वालों की कमी नहीं है। आप सब लोगों की इस हौंसलाअफजाही के लिए हम आपके तहदिल से आभारी हैं और जस्मीन शाह व उसकी आड में अपना खेल खेलनेवाले लोगों की जानकारियां हमारे पास इकट्ठी हो रही है, कई लोग वास्तविक तथ्य जुटाकर हमें भिजवा रहे हैं, जिनकी जानकारी समय पर आप सबके साथ बांटने का प्रयास करेंगे, ताकि लोग ऐसे दुष्कृत्य करनेवालों से बच सकें, सावधान हो सकें।

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